तुमको खराब जो कहें

बादल हवाँ के जद पे बरस कर बिखर गये..! अपनी जगह चमकता हुवाँ अफताब है...!! ना हक ख्याल करते हो दुनिया की बात का ..!! तुमको खराब जो कहे- वो खुद खराब है...!! 👇👇👇👇👇👇👇👇👇 आरती का इश्वर मिलती है अजान में..! सब लोग झुम जाते है मुरली की ताल मे..!! जहा जन्म लेने को देवता है तरस्ते...! कुछ तो जरूर बात है हिन्दुस्तान में..!! बदलेंगें तेवर मौसम के पर- दिन मान नही बदलेगा..! बदलेंगें हर कफ़न लाश के पर- समशान नहीं बदलेगा..!! हम बदले या तुम बदले पर - हिन्दुस्तान नहीं बदलेगा...!!! बिरहमे ओठ बिरहन की थिरकना भूल जाती है..!! सजी जो बाल में गजरे महकना भूल जाती है..!! कितनी आन मरीयादा यहा कगनायी रखती है..!! पती परदेश जाता है तो खनकना भूल जाती है..!! #सुनिल कुमार #SKG _

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