जय भीम पर कविता
#जयभीम
कैसे मान लूँ की
आप पल पल में सामील नही
कैसे मान लुँ की
आप हर चीज में हाजीर नही
कैसे मान लुँ की
आपको मेरी परवाह नही
कैसे मान लु की
आप दुर है पास नही
देर मैने ही लगाई पहचानने में
ए मेरे बुध्दय भगवान !!
ए मेरे बाबा साहब !!
वर्ना आप ने जो दीया है
उसका तो कोई हीसाब ही नही..!!
#𑀦𑀫𑁄𑀩𑀼𑀤𑁆𑀥 जयभीम
#SKG
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