नजर रखो कविता
#जयभीम
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#ज्ञान की बाते
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आग लगी थी मेरे #घर को कीसी सच्चे
दोस्त ने पुछा
क्या बचा है......
मैने कहा मै बच गया हुँ ....
उसने हस कर कहा ..फिर जला ही क्या है!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
नजर रखो अपने बिचार पर क्योकि
वे #शब्द बनते है👍
नजर रखो अपने शब्द पर क्योकि
वे #कार्य बनते है👌
नजर रखो अपने कार्य पर क्योकि
वे #स्वभाव बनते है❤
नजर रखो अपने स्वभाव पर क्योकि
वे #आदत बनते है.🌹
नजर रखो अपनी आदत पर क्योकि
वे #चरित्र बनते है 🌾
नजर रखो अपने चरित्र पर क्योकि
उससे जीवन #आर्दश बनते है!!!!!!🎋
#धन्यवाद आप सभी को👏
#जयभीम #जयभारत 👏🌹🌹
#skg
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