भारत में निम्नलिखित धर्म
👉भारत में
निम्नलिखित धर्म है,
1-बुद्ध धम्म
2-इस्लाम धर्म
3-सिख धर्म
4-ईसाई धर्म
5-पारसी धर्म
6-जैन धर्म
7-ब्राह्मण, हिंदू,सनातन धर्म
1👉जब धर्म के कालम में बुद्ध धम्म लिखते हैं तो कोई वर्ण और जाति नही लिखना पड़ता है।
2👉जब धर्म के कालम में इस्लाम या मुस्लिम लिखेंगे तो जाति नहीं लिखना पड़ता है।
3👉जब धर्म के कालम में सिख धर्म लिखते हैं तो जाति नहीं लिखना पड़ता है।
4👉जब धर्म के कालम में ईसाई धर्म लिखते हैं तो जाति का नहीं लिखना पड़ता है।
5👉जब धर्म के कालम में पारसी धर्म लिखते हैं तो जाति नहीं लिखना पड़ता है।
6👉जब धर्म के कालम में जैन धर्म लिखते हैं तो जाति नहीं लिखना पड़ता है।
7👉जब धर्म के कालम में हिंदू धर्म लिखते हैं तब आपको जाति लिखना जरूरी है क्योंकि बिना जाति के हिंदू नहीं हो सकते हैं और ब्राह्मणों से सभी नीच होते हैं।
अब आप सबसे पहले हिंदू सनातन ब्राह्मण धर्म को जाने -
ब्राह्मण (हिंदू) धर्म में 4-वर्ण है
1-ब्राह्मण (जनरल)
2-क्षत्रिय (जनरल)
3-वैश्य (जनरल)
4-शूद्र (पिछड़ा वर्ग +अनुसूचित जाति +अनुसूचित जनजाति जो 6743 ऊंच नीच भेदभावपूर्ण जातियों को खत्म करके OBC, SC, ST में एक किया गया है।
👉 भारतीय संविधान के अनुसार बौद्ध, सिख, जैन, मुस्लिम, ईसाई सभी धर्म है
और
हिंदू धर्म ऊंच नीच भेदभाव के वर्ण और जातियों को खत्म करके
जनरल
पिछड़ा वर्ग
अनुसूचित जाति
अनुसूचित जनजाति
के नाम वर्गीकृत कर किया गया है
भारतीय संविधान के अनुसार ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य और यादव, वाल्मीकि, चमार, मौर्य, पटेल आदि बोलना और लिखना गैर संविधानिक है।
जब तक धर्म के कालम में हिंदू धर्म लिखते हैं तब तक जातियाँ लिखना पडेगा और सभी जातियां ब्राह्मणों से नीच होती है इसलिए बाबा साहब डॉ आंबेडकर ने ऊंच नीच भेदभाव की जातियाँ और अंधविश्वास और पाखंड को हमेशा के लिए खत्म करने के लिए ही तथागत गौतमबुद्ध के सिद्धांत पर आधारित बुद्ध धम्म का मार्ग अपनाया और सभी देश वासियों को बुद्ध धम्म अपनाने का आदेश दिया है।
⚠️एक सवाल अपने आप से पूंछो ⚠️
हिंदू धर्म में गर्व करने वालों एक सवाल अपने आप से पूंछो
कि हिंदू धर्म में आप कौन हैं??
हिंदू धर्म में 4 वर्ण होते हैं और लगभग 18हजार ऊंच नीच भेदभाव की जातियाँ हैं
👉क्या आप ब्राह्मण हैं??
👉क्या आप क्षत्रिय हैं??
👉क्या आप वैश्य हैं?
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