छितौनी और बुलहवां की कहानी

 


पूरब की ओर बिहार और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के पास 2 गांव हैं।



छितौनी और बुलहवां की कहानी


पूरब की ओर बिहार और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर 2 गांव बसने वाला जो उत्तर प्रदेश कुशीनगर जिला में पड़ता है जिसका नाम है

 (1)छितौनी और दूसरे का नाम है (2)बुलहवां 


चलिए कुछ जाने इस गांव के बारे में=-

वैसे तो यह दोनों अलग-अलग गांव है लेकिन अब ऐसा लगता है , एक ही आदमी के दो नाम है ,

वैसे तो मुझे बहुत कम जानकारी है फिर भी लिख रहा हूं,

 आप इसे मनोरंजन के तौर पर पढ़ सकते हैं,


एक समय था जब छितौनी - छितौनी था जहां पर रोजगार की कमी नहीं थी, शिक्षा की कमी नहीं थी, हॉस्पिटल भी था , हॉस्पिटल आज भी है ,

लेकिन दुर्भाग्य से डॉक्टर नहीं रहते हैं,

 छितौनी मिल,

छितौनी स्टेशन , जब था यहां पर तब बनिया ,व्यापारी ,सेट ,महाजन , गरीब ,मजदूर, का आराम से रोजी-रोटी चल जाता था ,

 छितौनी में 20 से 25 किलोमीटर से लोग मार्केट करने आते थे लोगों का मानना था छितौनी में सस्ता और अच्छा सामान मिलता है ,

हां " आज भी यह बात कुछ हद तक सही साबित होता है,


एक जमाना था जब यहां के लोग बहुत खुश रहते थे सभी के चेहरे पर मुस्कान रहता था मिल जब चालू था तब सब लोग गांव में ही रहते थे सब को रोजगार आसानी से मिल जाता था सभी लोगों के गांव में रहने के कारण गांव में बहुत खुशियां रहती थी कोई भी त्यौहार हो सब मिलजुल कर मनाते थे छितौनी बुलहवां के लोगों का जिंदगी बहुत ही खुशहाल जिंदगी थी ,

 अफसोस अचानक पता नहीं किस की नजर पड़ी सब बर्बाद हो गया छितौनी मिल बंद हो गया ,

छितौनी स्टेशन बंद हो गया,

 यहां के सभी लोग बेरोजगार हो गए कई लोगों का धंधा बंद हो गया दूसरे राज्य और जिले से आए हुए कुछ लोग अपने अपने घर चले गए 

और कुछ लोग शायद अभी भी यहां पर हैं जो बिजनेस करते हैं ,

सब सुना पड़ गया सब कुछ खत्म हो गया ,

अब वह दिन आ गया बेरोजगारी के कारण यहां के लोग तंग आकर प्रदेश निकल रहे थे,


जा कहां रहे थे =- 

गुजरात ,महाराष्ट्र, दिल्ली ,मद्रास ,बेंगलुरु, जैसे आदि शहरों में कमाने जा रहे थे और आज भी जाते हैं, 


"वह कहावत तो आपने सुना ही होगा, "मरता क्या न करता"


लेकिन फिर भी यहां के लोग हिम्मत नहीं हारे आज भी लड़ाई जारी है बहुत प्रयासों के बाद छितौनी रेलवे स्टेशन बन रहा है तीन-चार साल  ह गया 

मुझे लगता है तीन-चार साल और लग जाएगा ,हो सकता है इससे कम समय में तैयार हो सकता है अब मुझे लगता है शायद छितौनी अब फिर से विकास के राह पर चलेगा,

 टाउन एरिया होने के कारण हो सके कई लोगों को रोजगार मिलेगा उम्मीद है कुछ अच्छा होगा ,

आपको बता दें कि यहां पर अभी चुनाव नहीं हुआ है जो जानकारी मुझे मिली है उसके अनुसार 2022 में जनवरी या फरवरी में चुनाव होगा ,

चुनाव लड़ेंगे ऐसी दावेदारी कई लोग कर रहे हैं ,

जो अभी से तैयारी में जुट गऐ है 


आपको बता दें =-

छितौनी ग्राम सभा का यह चेयरमैनी  चुनाव पहला चुनाव हैं!


इससे पहले प्रधानी का चुनाव होता था,


चेयरमैनी का चुनाव इतना असान नहीं होगा , 

कांटे का टक्कर होगा

 बहुत ही मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा,


चलिए जानते हैं चुनावी मैदान में कौन-कौन जीतने का दावा कर रहे हैं और लोग क्या कह रहे हैं


संजय हमदर्द, 

मेराज आलम पूर्व फौजी , 

ऊमा गुप्ता ,

मनोज गुप्ता,


सच्चे हमदर्द = यह बहुत ही होनहार धाकड़ प्रत्याशी है इनकी लोगों के बीच लोकप्रियता भी है और वर्तमान में भाजपा सरकार के कार्यकर्ता और अध्यक्ष भी हैं छितौनी टाउन एरिया होने का श्रेय इनको भी जाता है और चुनाव में इसका इनको बहुत फायदा मिलने वाला है ,

जो सरकार का स्कीम है  वह लागू भी करा रहे हैं ,

अच्छे इंसान भी हैं 

आगे काम कर ही रहे हैं,

ईश्वर से इनकी उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं,..!


मेराज आलम=-

 मेराज आलम पूर्व फौजी ,

युवाओं के दिल की धड़कन नौजवान युवा नेता है,

 हर नौजवानों के जुबान पर इनका ही नाम होता है 

यह बिना पावर में रहे ही बहुत काम कर चुके हैं ,

लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं ,

छितौनी ग्राम सभा में जितने भी बिजली का खंबा है,

उन पर इन्हीं के लगाया हुआ बल्ब है 

इन्होंने इतना लोगों का मदद किये है कि लिखना मुश्किल होगा,

 लोगों को कहना है कि मेराज आलम जितते हैं तो रोजगार शिक्षा बच्चों का भविष्य अच्छा होगा,

और यह देश  के सेवा भी कर चुके हैं 

साथ में अच्छे इंसान भी हैं

इश्वर से इनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं


उमा गुप्ता=-

उमा  गुप्ता यह वर्तमान में प्रधान भी हैं 

यह अपनी प्रधानी कार्यकाल में सैकड़ों लोगों को आवास दिए हैं विधवा पेंशन और गरीबों के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किया है इनका वोट बैंक बहुत है 

वैसे इनको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी जीत हासिल करने के लिए ....


ईश्वर से इनकी उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं


मनोज गुप्ता =-

मनोज गुप्ता  यह किसी परिचय के मोहताज नहीं है 

यह हजारों दिलों पर राज करने वाले हैं 

यह भी कई सालों से मेहनत कर रहे हैं 

लोगों की मदद कर रहे हैं 

उम्मीद है आगे भी करते रहेंगे..!


ईश्वर से इनकी उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं..,


चुनावी माहौल गरम हो गया है जेव जेव नजदीक चुनाव का डेट आ रहा है 

तेव तेव लोग जोरो सोरो से

 कई लोग चुनाव के लिए तैयारी कर रहे हैं

कई लोग चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं सबका नाम लिखना मुश्किल हो जाता इसके लिए नहीं लिख पाया हूं

 👉क्षमा चाहता हूं👏


जिसका जैसा कर्म होगा उसको वैसा फल मिलेगा...


लोगों का कहना है कि छितौनी को अगर अच्छा चेयरमैन मिल गया तो छितौनी पहले से बहुत बेहतर हो जाएगा...


आप सभी प्रत्याशियों और छितौनी के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं



लेख लिखने का मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था कोई गलती हो गई है तो आप मुझे क्षमा कर दीजिएगा👏 और कमेंट में आप बताएं कि 

हम क्या गलती  किए है

और क्या होना चाहिए 

क्या नहीं होना चाहिए

 

और आप शेयर भी कर दीजिए

#SKG

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