15 Line ki shayari

 • जय भीम ,,,,,, जय भारत •


 डटा - सिधा #शब्द लिख 

 माफ करना --- साथ


  दोस्तो


वैशिष्ट्यविहीन मानव पशु के समान है। 

एक पसु सुदंर हो,

ध्वनि ध्वनि हो,

वह एक इंसान की किसी को छू नहीं सकता।।।


बदली हुई बोली है, 

ज़ालिम जमाना है....

यांहा मतलबी है... 

फिर भी करना है....👪


सीखे गए दर्द को सहना अब से !

 तुम तो खेल ले फिर इस दिल से !!🌹


मज़िल दूर दूर की बात है।

गुरु


इंसान की पहचान नहीं किसी का #दिल जीतना...!!❤️

मगर ये स्वस्थ दिल है कक्ष.?

❤️


जेकेके #कांपाते वो गगन के मूं

डर रहे हैं, 

मेरें मुक्कदर ना

अक्‍सर पडे.......


लकडीर तक #लेखनी पदती है ...

चिट्ठी न जो किसी और से,...??👌


लाज़मी खुद पे गोरूर। बनाना ...💏

हममें से कोई भी नहीं ..!!


जो जायदा भोकते है वो काटा 

ए,

खामोश शेर हमेशा के लिए #शिकार करता है...


तारीख

साल में बस

सी चौरी है…

तब रोल

स्थान का था

अब कोन

देश के...👀👀💔


नक़ब तुम्हारे झाँट का मैदान...👇👏👏

सेलेज़िंग


इन्सान की चाहत है कि # पर लाइव,।

मैं

और #परींदे सोंचते हैं कि # घर

मेल...!!!👀👪👪👪


#स्कग ............

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