संदेश

सच्च बोल कर

मेरी हो जानता हू कविता

तुम जान हो

बरगद

दफन

निभाना

तेरे नाम की सासे

मां का पैर छु लेना

दिल मत दुखाओ

जहर हो तुम

तकदिर